u tell i search

Wednesday, January 25, 2017

साल के शुरूआत में ही ढेरों काम जीवन शिल्प के नाम..

ठंड से न मरे कोई इसी सोच से चौ0स्व0बाबूलाल जैन की स्म्रति में गरीब-असहायों को करीब 11 वर्षों से कम्बल वितरण किए जा रहे हैं।
इसी को आगे बढ़ाते हुए
                जीवन शिल्प इण्टर कॉलेज परिवार ने बानपुर क्षेत्र के लोगों को ही नही रोड निर्माण हेतु दिहाड़ी पर कार्यरत अनेक महिलाओं को भी कम्बल बाँटकर, उनकी आत्म-निर्भरता के लिए उत्साहित किया।
         इस तरह शिक्षा ही नही जीवन शिल्प परिवार नुक्कड़ बहस के माध्यम से राजनीतिक जन-जागृति, कम्बल वितरण के माध्यम से मानव सेवा जैसे सामाजिक कार्यों से क्षेत्र के हित में तत्पर रहता है क्योकि क्षेत्र हमारा है और इसकी प्रगति में सह-भागी बनना हमारे लिए गौरव की बात है।

Tuesday, January 17, 2017

लालच से नही सर्व-हित में करे वोट

  न हथियार से मिलते हैं न अधिकार से मिलते हैं..!!
लोगों के वोट अब कार्य और विकास से मिलते हैं..!!

जीवन शिल्प में ,S.D.M., तहसीलदार, शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्तिथि में जुलुस और संबोधन कर मतदाता जागरूकता की पहल की।
     उन्होंने जाति, पैसा आदि के प्रलोभन से हटकर सही उम्मीदवार चुनने की बात कही।
      वही प्रबन्धक विकास जैन ने छात्रों से कहा जैसे शिक्षक की जाति देखकर नही योग्यता के आधार पर ही छात्र सम्मान देते हैं वैसे ही योग्यता देखकर नेता चुनना चाहिए साथ ही शिक्षा के माध्यम से सबकों जागरूक बनाने की दिशा में जीवन शिल्प भी कार्य करेगा।
जीवन शिल्प इण्टर कॉलेज बानपुर में हुई मतदाता जागरूक अभियान कार्यक्रम से शिक्षक व छात्र/छात्राओं ने स्वयं, परिवार एवं गांव को समझाने का भी संकल्प लिया।

Monday, January 9, 2017

साहित्यकारों ने किया साहित्य रत्न को याद

चरण नही, आचरण छुएं
जीवन शिल्प के मंच से नामी साहित्यकारों ने किया साहित्य रत्न को याद..
प्रख्यात साहित्यकार वृंदावन लाल वर्मा की जयंती पर उन्हें स्मरण कर साहित्य जगत के जाने-माने श्री डा0 कैलाश मडवैया के मुख्य आतिथ्य और रचनाकार अभिनन्दन गोयल टीकमगढ़ की अध्यक्षता में बुन्देली माटी के सपूत वर्मा जी के कर्तृत्व-व्यक्तृत्व पर विविध विचार आये अपने एक उपन्यास को लिखने के लिए डॉ0वर्मा वर्षों अध्ययन कर बारीकियों का ध्यान रखने की कार्य- शैली और बुन्देली अनेक शब्दों का प्रयोग करने वाले रचनाकार रहे डा0मडवैया ने आगे कहा कि महान लोगों के चरण नही आचरण छूना चाहिए।
साहित्यकार बाबूलाल द्विवेदी, ग्रामप्रधान प्रतिनिधि साहविंद्र सिंह, चौ0राजकुमार जैन, कोमल सिंघई एवं जीवन शिल्प इण्टर कॉलेज बानपुर के प्रबन्धक एवं समस्त शिक्षक व छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।