u tell i search

Thursday, July 1, 2010

अब है बारिश का इंतजार



नमस्कार...
           इस बार गर्मी ने खूब 
तमासा दिखाया 
                     और  
चाहते हुए भी
 लोगो ने पसीने से जमकर नहाया.
 इसका श्रेय सूरज को
कम नहीं जाता है. जिसने जमकर अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और हमारे देश के सभी भागो यानि की जम्मू से कन्या कुमारी तक जोरदार गर्मी बरसाई.  हम सूरज को धन्यवाद देते है कि भले उसका  कार्य कठोर या यातना जन्य रहा पर किया गया  पूरी कर्तव्यनिष्ठां से. परन्तु क्या  बदलो से भी ऐसी ईमानदारी की आस की जा सकती है कि बे गरजे या न गरजे पर बरसे और ऐसा बरसे की हम गर्मी की सारी दिक्कते भूलकर बस गा बैठे की....
 आज रपट जाये तो हमे न उठइयो..

4 comments:

Unknown said...

waah !

Anonymous said...

वर्ड वेरिफीकेशन हटा लेँ ।सानदार प्रस्तुती के लिऐ आपका आभार


सुप्रसिद्ध साहित्यकार व ब्लागर गिरीश पंकज जी का इंटरव्यू पढेँ >>इंटरव्यू पढेँ >>>>
एक बार अवश्य पढेँ

Unknown said...

aap ka blog bahut accha hai...

Unknown said...

aap ka blog babut accha hai...